5 मिनट देर हो जाती तो...मुर्शिदाबाद हिंसा में जान बचाकर भागे लोगों की आपबीती
एक अन्य ग्रामीण तपन नस्कर ने आरोप लगाया कि पुलिस, बुलाने के दो घंटे बाद आई. गांव के एक अन्य निवासी संती ने कहा, 'मैं यहां से दूर एक रिश्तेदार के यहां रह रहा हूं. यहां के मेरे कुछ पड़ोसी भागीरथी नदी पार करके मालदा जिले में चले गए हैं, जहां वे एक स्कूल की इमारत में शरण लिए हुए हैं.'
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