'पनामा नहर पर हमारा कब्जा...' अमेरिकी रक्षा सचिव बोले- चीन के प्रभाव से इसे वापस लेंगे

डोनाल्ड ट्रंप ने जब से दूसरी बार अमेरिका की सत्ता संभाली है उनकी नजर पनामा नहर (US On Panama Canal) पर है. वह पहले भी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि पनामा नहर पर अमेरिका अपना कब्जा जमाकर रहेगा. इस दिशा में अब उन्होंने कदम आगे बढ़ा भी दिए हैं. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक,  अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने मध्य अमेरिकी राष्ट्र की यात्रा के बाद ट्रंप की बात को दोहराते हुए कहा कि अमेरिका पनामा नहर को वापस अपने कब्जे में ले लेगा, जिससे दुनिया के सबसे अहम जलमार्गों में से एक पर चीन का प्रभाव खत्म हो जाएगा. 

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पनामा के राष्ट्रपति से मिले अमेरिकी रक्षा सचिव

बता दें कि दशकों बाद अमेरिका का कोई रक्षा सचिव पनामा दौरे पर पहुंचा. पीट हेगसेथ ने इस दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो के साथ बंद कमरे में मीटिंग की. उन्होंने नहर को करीब से देखा. अमेरिका ने अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ने वाले अहम जलमार्ग में और उसके आसपास चीन के निवेश और भागीदारी पर एक बार फिर से गहरी चिंता जताई.   

 पेंटागन चीफ ने पनामा सरकार संग बातचीत के बाद,  पनामा की सेनाओं के साथ अमेरिकी सेना के सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि चीन को जासूसी के लिए चीनी फर्मों के कमर्शियल रिलेशन का उपयोग करके नहर को हथियार बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. 

पनामा नहर को चीन के प्रभाव से वापस लेने की कसम

अमेरिकी रक्षा सचिव ने पनामा शहर में कहा कि पनामा और अमेरिका मिलकर पनामा नहर को चीन के प्रभाव से मुक्त करवा लेंगे. उन्होंने कहा कि 1999 के बाद पहली बार हुई पनामा के साथ नई व्यवस्था के तहत पनामा नहर में चीन के प्रभाव को खत्म कर देगी. इस नहर को चीन ने नहीं बनाया है. न ही चीन इस नहर का संचालन करता है. चीन इस नहर को अब हथियार नहीं बना पाएगा. अमेरिका पनामा संग मिलकर नहर को सुरक्षित करेगा, जो कि सभी देशों के लिए उपलब्ध होगी. 

पनामा नहर वापस चाहता है अमेरिका

अमेरिकी रक्षा सचिव ने पानमा के राष्ट्रपति मुलिनो की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सरकार चीन से खतरे को समझती है. उन्होंने नहर पर से चीनी प्रभाव हटाने की बात कही. जब कि ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि जरूरत पड़ने पर वह सेना की मदद लेने से भी नहीं झिझकेंगे. ट्रंप प्रशासन ने हेगसेथ के पनामा दौरे से पहले ही कथित तौर पर पनामा नहर तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सेना से विकल्प मांगे थे. बता दें कि अमेरिका ने एक सदी से भी पहले पनामा नहर का निर्माण किया था. 1999 में इसका संपूर्ण संचालन पनामा को सौंप दिया था. अब ट्रंप ने इसे वापस लेने की बात कही है. 

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