आशिकी के हीरो राहुल रॉय की मॉडल बहन प्रियंका रॉय बनी ब्रह्मचारिणी, हरि मां बोली- उन्हें शर्म आती थी कि मैं...
आशिकी के हीरो राहुल रॉय 90 के दशक में जाने माने एक्टर थे. वह आशिकी समेत सपने साजन के और फिर तेरी कहानी याद आई जैसी कई फिल्मों में नजर आए थे. हालांकि बाद में वह सिनेमा से लगभग गायब हो गए. लेकिन आज हम बात करेंगे राहुल कीमॉडल बहन प्रियंका के बारे में जो बाद में योगिनी बन गईं. प्रियंका रॉय अब हरि मां के नाम से जानी जाती हैं. राहुल और हरि मां पिछले साल तब सुर्खियों में आए, जब महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. एक पैपराज़ो द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में हरि मां ने राहुल के साथ तस्वीर खिंचवाई.
उनके YouTube बायो के अनुसार, वे एक ब्रह्मचारिणी और एक दार्शनिक हैं जो आध्यात्मिक गीत लिखती और सुनाती हैं. वे पहले एक मॉडल और एक उद्यमी थीं. उन्होंने मार्शल आर्ट और नृत्य में प्रशिक्षण लिया है और एक फिटनेस ट्रेनर भी रह चुकी हैं. साथ ही हरि मां लिखती हैं कि वे एक शेफ, एक मानवतावादी, एक पर्यावरणविद् और एक शाकाहारी कार्यकर्ता हैं. प्रियंका उर्फ हरी मां कई सालों तक मॉडल रहीं. मॉडल के तौर पर उनकी आखिरी पोस्ट 2020 में उनकी शादी से पहले की थी.
हरी मां ने किससे शादी की?
उन्होंने 7 अगस्त, 2020 को रोमीर सेन से शादी की. शादी के बंधन में बंधने से एक दिन पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पर रोमीर के साथ एक फोटो पोस्ट की. उनके नोट में लिखा था, "मुझे अपने होने वाले पति @romeersen से मिलवाने के लिए बहुत सम्मान है. कल हम शादी के बंधन में बंध रहे हैं. हो सकता है कि हमने अपने पिछले जन्मों में कई बार शादी की हो. यह प्यार सांसारिक पहलुओं से प्रदूषित नहीं है और इसमें अपनी दिव्यता को बनाए रखने की एक अंतर्निहित शक्ति है... कल शादी के बंधन में बंध कर फिर से मिल रहे हैं.7/08/2020." कहा जाता है कि प्रियंका राहुल की दत्तक बहन हैं. उनके पिता का नाम स्वर्गीय प्रोलॉय बागची रॉय है, जबकि उनकी मां का नाम लिली बागची है. उनका एक भाई सत्यजीत रॉय भी है. राहुल के पिता का नाम दीपक रॉय और उनकी मां का नाम इंदिरा रॉय है. उनका एक भाई रोहित रॉय है.
पिछले साल, राहुल ने इंस्टाग्राम पर प्रियंका के लिए एक नोट लिखा और एक तस्वीर शेयर की. नोट में लिखा, "हरि मां घर वापस आने पर आपका स्वागत है. @priyankaroy_pia. रक्षाबंधन की शुभकामनाएं. मेरी ज़िद और मेरी अलग जीवनशैली को स्वीकार करने के लिए धन्यवाद, जिसे मैं पिछले 57 सालों से जी रहा हूं. आप सिर्फ़ एक बहन ही नहीं, बल्कि एक मां भी हैं...मैंने कभी किसी भी तरह से किसी भी तरह की आर्थिक ज़रूरतों में मदद नहीं की, फिर भी आप मेरे साथ खड़ी रहती हैं और पूरे घर और सभी लोगों को सहजता से चलाती हैं."
हरि मां ने अपने परिवार के बारे में क्या कहा
कुछ साल पहले फ़ेमोरी से बात करते हुए, उन्होंने कहा था, "मुझे बताया गया था कि हम पुरुषों के बाद आते हैं, इसलिए हमें अपने दिल की बात कहने की अनुमति नहीं है. हम पहले खाना नहीं खा सकते थे, हमें अपने पिता या भाई या किसी बड़े के साथ खाने की मेज पर बैठने की अनुमति नहीं थी. मैं रसोई के कोने से देखती थी या बिना खाए सो जाती थी, गुस्से को अंदर ही रखती थी. मुझे डांटा गया और प्रताड़ित किया गया, उन गलतियों के लिए पीटा गया जो मैंने कभी नहीं की थीं...मुझे पूरा यकीन था कि मुझे यह जगह छोड़नी होगी, जहां मेरे साथ एक इंसान की तरह व्यवहार नहीं किया गया. जहां कोई प्यार नहीं था, कोई सम्मान नहीं था, कोई सेवा नहीं थी. अपने दिल की बात कहने की कोई जगह नहीं थी. मेरे परिवार ने मुझे कभी नहीं बताया कि वे मुझसे प्यार करते हैं, उन्हें हमेशा शर्म आती थी कि मैं लड़की हूं..."
Hindi