Zerodha के CEO नितिन कामत की सलाह- 'अमीर बनने का कोई शॉर्टकट नहीं! मिडिल क्लास को दिए ये टिप्स
क्या आप भी सोचते हैं कि कोई शॉर्टकट होगा जो आपको जल्दी अमीर बना दे? आजकल सोशल मीडिया पर और बहुत से जगहों पर ये सवाल अक्सर सुनने को मिलता है कि कोई स्टॉक टिप बता दो जिससे अमीर बन जाएं? लेकिन क्या आपको पता है कि जीरोधा के को-फाउंडर नितिन कामतने इस पर क्या कहा? उनका कहना है कि "जल्दी अमीर बनने का कोई शॉर्टकट नहीं है." असल में वेल्थ क्रिएट करने के लिए आपको कुछ अच्छी आदतें बनानी होंगी और थोड़े समय का धैर्य भी रखना पड़ेगा.
यहां हम आपको कुछ जरूरी टिप्स बताएंगे, जो आपकी फाइनेंस की सोच को बदल सकते हैं और आपको आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं.
मिडिल क्लास की आम गलतियां
नितिन कामत ने मिडिल क्लास की कुछ आम गलतियों की ओर इशारा किया है, जो अक्सर लोगों को आर्थिक तौर पर पीछे धकेल देती हैं. उन्होंने बताया कि बहुत से लोग इन छोटी-छोटी गलतियों के कारण अपने भविष्य को खतरे में डाल देते हैं. तो वो गलतियां कौन सी हैं?
जरूरत से ज्यादा खरीदारी – बहुत से लोग अपनी जरूरत से ज्यादा सामान खरीद लेते हैं, जो बाद में अनजाने में उनका बोझ बन जाता है.
उधार लेकर खरीदारी – जब लोग उधार पर चीजें खरीदते हैं तो वो खुद को और मुश्किल में डालते हैं.
क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल – क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल हर जगह हो रहा है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल न करना महंगा पड़ सकता है.
हेल्थ इंश्योरेंस को नजरअंदाज करना – हेल्थ इंश्योरेंस न होना किसी भी परिवार के लिए बड़ा संकट बन सकता है, खासकर जब अचानक किसी को इलाज की जरूरत पड़ जाए.
क्या है असली समृद्धि का रास्ता?
नितिन कामत का कहना है कि असली समृद्धि का रास्ता एक दिन में नहीं मिलता. इसके लिए आपको सही आदतें बनानी होती हैं और धैर्य रखना होता है. इस बारे में LearnApp और Zero1 के CEO प्रतीक सिंह ने भी अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि आजकल की सोच का सबसे बड़ा खामियाजा लोग अपनी सैलरी को खर्च करने में दे रहे हैं, बजाय इसके कि वे उसे अपने भविष्य के लिए बचाएं और निवेश करें.
सैलरी को खर्च ना समझें
प्रतीक सिंह ने कहा कि ज्यादातर लोग अपनी सैलरी को एक स्थायी स्रोत नहीं मानते, बल्कि इसे सिर्फ खर्च करने के लिए मानते हैं. ऐसे में, अगर आपकी सैलरी को हर महीने सिर्फ खर्च कर दिया जाता है, तो यह आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिए सही नहीं है.
प्रतीक बताते हैं कि ज्यादातर लोग अपनी सैलरी को संपत्ति बढ़ाने का जरिया नहीं मानते, बल्कि हर महीने आने वाला पानी जैसा समझते हैं, जिसे बहा देना है. यही है असली मनी ट्रैप – हर महीने की कमाई को पूरा खर्च कर देना, बिना किसी बैकअप के. खर्चों का ट्रैक रखें, 1% बचत से शुरुआत करें
प्रतीक का पहला सुझाव है– हर खर्च को नोट करें. 'हर समोसा, पार्टी, ऑनलाइन ऑर्डर को लिखिए. महीने के खर्च से 1% कम करिए. वो 500 रुपये भी अगर सही जगह लगाया तो आदत बदल जाएगी.'
एमरजेंसी फंड बनाएं
प्रतीक का सबसे बड़ा सुझाव है कि आपको पहले छह महीने का खर्च एक अलग फंड में रखना चाहिए. ऐसा करने से आपको भविष्य में किसी भी वित्तीय संकट का सामना करने में आसानी होगी. अगर आपका कोई इनकम सोर्स रुक जाता है, तो यह आपके लिए बहुत मददगार होगा.
हेल्थकेयर खर्च पर ध्यान दें
आजकल हेल्थकेयर खर्च भी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रतीक ने चेतावनी दी है कि एक अचानक से आया मेडिकल खर्च 5 साल तक आपके आर्थिक स्थिति को बिगाड़ सकता है. इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस को अपनी प्राथमिकता बनाएं.
सोशल स्टेटस के लिए खर्च न करें
आजकल लोग अपने सोशल स्टेटस को दिखाने के लिए फिजूल की चीजें खरीदते हैं, जैसे महंगे गैजेट्स, कार, और घर. प्रतीक सिंह का कहना है कि ये चीजें दिखावा होती हैं, और हमें इन्हें खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है.
EMI और डेट-टू-इनकम ट्रैप
प्रतीक ने यह भी बताया कि लोगों का डेट-टू-इनकम रेश्यो बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जिसका मतलब है कि उनकी कमाई का ज्यादा हिस्सा EMI में चला जाता है. और फिर यह स्थिति खराब हो जाती है, क्योंकि लोग अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा बैंकों और क्रेडिट कंपनियों को दे रहे होते हैं.
अगर आप सच में अमीर बनना चाहते हैं तो इसके लिए कोई जादू की छड़ी नहीं है. इसके लिए आपको कुछ वित्तीय आदतें सुधारनी होंगी और अपने खर्चों को समझदारी से संभालना होगा. छोटी-छोटी आदतें जैसे खर्चों का ट्रैक रखना, अपने लिए इमरजेंसी फंड बनाना, और जरूरी इंश्योरेंस लेना आपको बहुत मदद कर सकता है.
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