धर्मेंद्र और मनोज कुमार ने स्ट्रगल के दिनों में किया था ये फैसला, निधन पर टूटे धरम पाजी, बोले- तू चला गया मुझे छोड़कर
एक्टर मनोज कुमार के निधन से बॉलीवुड को बड़ा झटका लगा. वहीं पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री शोक में डूब गईं. वहीं सुपरस्टार के भाई मनीष गोस्वामी ने उनकी विरासत, जिंदगी और करियर के बारे में बताया. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे धर्मेंद्र और उनके भाई मनोज कुमार ने कामयाबी की सीढियां साथ में चढ़ीं और वह एक-दूसरे के इतने करीब थे कि कपड़े भी शेयर करते थे. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि एक समय ऐसा भी आया जब दोनों को लगा कि वह करियर नहीं बना पाएंगे तो उन्होंने अपने अपने गांव वापस लौटने का फैसला कर दिया.
विक्की लालवानी से बात करते हुए मनीष गोस्वामी ने कहा, वह धर्मेंद्र जी के बहुत करीब थे. वह रंजीत स्टूडियोज में साथ में स्ट्रगल करते थे. एक दिन काम की कमी होने पर दोनों ने फैसला किया बॉलीवुड छोड़ने और अपने अपने गांव चले जाएं. जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि दोनों सुपरस्टार्स ने शादी (1962) और मेरा नाम जोकर (1970) में साथ काम किया, जो बाद में क्लासिक इंडियन सिनेमा में गिनी जाती हैं.
धर्मेंद्र और मनोज कुमार के रिश्ते पर उन्होंने कहा, वह अपने कपड़े शेयर करते थे और मनोज को हरी कहकर पुकारते थे. उन्होंने कभी उनका स्टेज नाम नहीं लिया. तो जब वह प्रेयर मीट में आए तो उन्होंने कहा, हरी, तू चला गया मुझे छोड़ के. वह और लोगों के भी करीब थे, जिनमें प्राण, प्रेम चोपड़ा और कामिनी कौशल भी हैं.
आगे मनोज गोस्वामी ने इंडस्ट्री में अपने भाई की साख के बारे में भी बात करते हुए कहा, "शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अगर मैं देर से आता था तो भी वे मुझे कभी नहीं डांटते थे. सायरा बानो ने कहा कि मनोज कुमार ने पूरब और पश्चिम फिल्म को बंद करने का फैसला किया था, क्योंकि वे फिल्म में काम नहीं कर रही थीं. वे बहुत अच्छे फिल्ममेकर थे और मैंने उन्हें कभी सेट पर गुस्सा होते नहीं देखा. वे कभी अपना आपा नहीं खोते थे, भले ही एक्टर अच्छा परफॉर्म न कर रहा हो या प्रोडक्शन की जरूरतें पूरी न हो रही हों."
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