18 दिनों की NIA रिमांड पर तहव्वुर राणा... मुंबई हमले से लेकर पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किए जाने तक; पढ़िए पूरी टाइमलाइन
मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा भारत पहुंच चुका है. उसे NIA ने गिरफ्तार कर लिया गया . पालम एयरपोर्ट के गेट नंबर 4 से उसे पटियाला कोर्ट में पहुंचा दिया गया. पटियाला हाउस कोर्ट में तहव्वुर राणा की रिमांड पर सुनवाई हुई. NIA ने कोर्ट से तहव्वुर राणा की 20 दिन की रिमांड मांगी है. NIA ने राणा के खिलाफ सारे सबूत रखे. बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों के लिए NIA के रिमांड पर भेज दिया. इसके बाद राणा को NIA मुख्यालय ले जाया गया. वहां अब उससे NIA की विशेष टीम पूछताछ करेगी.
राणा को एनआईए मुख्यालय के लॉकअप में रखा गया है, जहां विशेष टीम उससे पूछताछ करेगी.
NIA ने कोर्ट में क्या कहा?
एनआईए ने पुलिस हिरासत की मांग करते हुए पुख्ता सबूतों का हवाला दिया है, जिनमें ईमेल्स शामिल हैं. NIA ने अदालत से कहा है कि साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आरोपी की कस्टोडियल पूछताछ जरूरी है. NIA ने यह भी कहा है कि राणा ने अन्य षड्यंत्रकारियों के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की आपराधिक साजिश रची. कोर्ट ने राणा से यह भी पूछा कि क्या वह खुद वकील रखना चाहते हैं या अदालत उन्हें कानूनी सहायता प्रदान करें.
NIA ने आधिकारिक बयान में क्या कुछ कहा
मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के अमेरिका से भारत लाए जाने के बाद पालम एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया. इस गिरफ्तारी के मामले में NIA का आधिकारिक बयान सामने आया है. जिसमें एनआईए ने बताया कि 26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को दिल्ली एयरपोर्ट पर NIA ने गिरफ्तार किया.
तहव्वुर राणा के वकील ने क्या कहा?
मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को 18 दिनों की NIA हिरासत में भेजा गया. तहव्वुर राणा के वकील दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने कहा कि NIA ने 20 दिनों की हिरासत मांगी थी और काफी विचार-विमर्श के बाद अदालत ने 18 दिनों की हिरासत दी है. अगर NIA को और समय चाहिए तो वे आवेदन करें. मेडिकल टेस्ट के लिए (अदालत ने विशेष निर्देश दिए हैं), उन्हें (NIA) बताया गया है कि हिरासत में लिए जाने के बाद और रिमांड के अंत में अदालत में वापस लाने से पहले एक व्यापक मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. उनकी सभी मेडिकल आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने अनुरोध किया है कि अदालत में उनका प्रतिनिधित्व करने वाले किसी भी व्यक्ति, खासकर जब से हम DLSA से हैं और अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, वकीलों के खिलाफ कोई सार्वजनिक आक्रोश नहीं होना चाहिए.
मुंबई हमला : अब तक क्या-क्या हुआ
- 26 नवंबर 2008: समुद्र के रास्ते आतंकी मुंबई पहुंचे और प्रमुख स्थानों पर हमला किया। अजमल आमिर कसाब को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया
- 5 फरवरी 2009: मामले में आरोपपत्र दाखिल किया गया
- 27 अक्टूबर 2009: तहव्वुर हुसैन राणा और डेविड कोलमैन हेडली को अमेरिका में एफबीआई ने गिरफ्तार किया
- 11 नवंबर 2009: एनआईए ने दिल्ली में हेडली, राणा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया
- 6 मई 2010: मुंबई की विशेष अदालत ने कसाब को मृत्युदंड सुनाया
- 9 जनवरी 2011: राणा को अमेरिकी जिला अदालत ने 14 साल की सजा सुनाई
- 21 नवंबर 2012: कसाब को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई.
प्रत्यर्पण और कानूनी कार्रवाई
- 24 दिसंबर 2011: एनआईए ने राणा के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका को अनुरोध भेजा
- 21 जनवरी 2025: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया
- 13 फरवरी 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राणा के प्रत्यर्पण का एलान किया
- 27 फरवरी 2025: राणा ने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी, जिसे मार्च में अस्वीकार कर दिया गया
- 7 अप्रैल 2025: अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा की समीक्षा याचिका को अस्वीकार कर दिया
- 10 अप्रैल 2025: राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर लाया गया
- 11 अप्रैल 2025: एनआईए ने कोर्ट से राणा की 20 दिन की रिमांड मांगी, जिसे आंशिक रूप से स्वीकार कर 18 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया. अब राणा को NIA मुख्यालय में रखा गया है.
पालम एयरपोर्ट पर आने के बाद काफी देर तक राणा को भारत लाने से जुड़ी कुछ कागजी कार्यवाही की गई. एनआईए की टीम कोर्ट से तहव्वुर राणा की कस्टडी की मांग की. कोर्ट से मंजूरी के बाद उसे एनआईए के दफ्तर ले जाया गया. अब 18 दिनों तक NIA की टीम तहव्वुर राणा से पूछताछ करेगी.
जब एयरपोर्ट से बाहर निकाला गया तहव्वुर
अमेरिकी गल्फस्ट्रीम G550 विमान दिल्ली के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. दिल्ली एयरपोर्ट पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्लेन से उतरते ही सबसे पहले तहव्वुर हुसैन राणा की गिरफ्तारी की औपचारिता पूरी की. इसके बाद तहव्वुर उसके शिंकजे में आ गया. दिल्ली पुलिस की टीम ने एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल नंबर चार से उसको बाहर निकाला.
तहव्वुर राणा कौन है : तहव्वुर हुसैन राणा एक पाकिस्तानी-कनाडाई मूल का नागरिक है. वह पेशे से एक बिजनेसमैन और डॉक्टर है. हालांकि वह 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड होने के लिए कुख्यात है.
तहव्वुर राणा का मुंबई हमले से क्या संबंध : अमेरिकी अदालत के मुताबिक मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा था. उसने दुबई से मुंबई यात्रा कर घटनास्थल की रेकी की थी. वह पाकिस्तान के खुफिया विभाग आईएसआई से जुड़ा हुआ था. पुलिस की जांच के मुताबिक तहव्वुर राणा मुंबई हमले के पांच दिन पहले मुबंई के पवई में था.
तहव्वुर राणा अमेरिका कैसे पहुंचा : तहव्वुर राणा ने पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई की थी. वह पाकिस्तानी आर्मी में बतौर डॉक्टर कार्यरत था, लेकिन बाद में वह कनाडा चला गया वहां उसने नागरिकता भी प्राप्त कर ली. इसके बाद वह अमेरिका के शिकागो में रहने लगा जहां वह विभिन्न बिजनेस में डील कर रहा था.
तहव्वुर राणा को भारत कैसे लाया गया : अमेरिका की एक संघीय अदालत ने तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी. राणा वर्तमान में लॉस एंजिल्स की जेल में हिरासत में था, आज वह भारत आ गया.
तहव्वुर राणा से खुफिया एजेंसियां क्या जानना चाहती हैं?
भारतीय खुफिया एजेंसियां राणा से मुंबई हमले की साजिश के पीछे के अन्य मुख्य साजिशकर्ताओं के बारे में जानकारी हासिल करना चाहती है. लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई के बीच संबंधों की विस्तृत जानकारी हासिल करना भी भारतीय खुफिया एजेंसी का उद्देश्य होगा.
तहव्वुर राणा से कौन से अधिकारी करेंगे पूछताछ?
तहव्वुर राणा से पूछताछ मुख्य रूप से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारी करेंगे. इसके अलावा, खुफिया ब्यूरो (IB) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के अधिकारी भी उनकी पूछताछ में शामिल हो सकते हैं. पूछताछ के दौरान, उच्च सुरक्षा मानकों का पालन किया जाएगा.
तहव्वुर राणा का पाकिस्तान-कनाडा कनेक्शन क्या है?
तहव्वुर राणा का पाकिस्तान से गहरा संबंध है, क्योंकि उसने वहां चिकित्सा की पढ़ाई की और पाकिस्तानी सेना में सेवा दी. कनाडा जाने के बाद उसने वहां की नागरिकता प्राप्त की और फिर वह अमेरिका में बस गया. उसके पाकिस्तान, कनाडा और अमेरिका में संबंधों का उपयोग मुंबई हमले की साजिश में विभिन्न नेटवर्क बनाने के लिए किया था.
तहव्वुर राणा और डेविड कोलमेन हेडली की दोस्ती कैसे हुई?
तहव्वुर राणा और डेविड कोलमेन हेडली की दोस्ती बहुत पुरानी थी. राणा ने ही हेडली को मुंबई भेजकर घटनास्थल की रेकी करवायी थी. हालांकि बाद में हेडली में राणा के खिलाफ बयानबाजी कर उसको धोखा दे दिया था.
तहव्वुर राणा पर क्या हैं आरोप
तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी गई. तहव्वुर साल 2008 के मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है. राणा पर कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें आपराधिक साजिश, भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना, हत्या, जालसाजी और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम शामिल हैं.
तहव्वुर पर क्या-क्या धाराएं लगाई गई हैं
तहव्वुर पर धाराओं के तहत तहब्बुर राणा को गिरफ्तार किया है. 120B, 121, 121A, 302, 468, 471 IPC और UAPA एक्ट के सेक्शन 16,18,20
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