Good Friday 2025: न करें 'हैप्पी गुड फ्राइडे' बोलने की गलती, जान लीजिए इस दिन क्या हुआ था?
Good Friday facts : गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है.यह ईस्टर संडे के एक दिन पहले मनाया जाता है. इस दिन को ईसाई धर्म के लोग शोक दिवस के रूप में मनाते हैं. गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के अनुयायी चर्च में जाते हैं और मानवता के लिए दी गई ईसा मसीह की कुर्बानी को याद करते हैं. गुड फ्राइडे को 'ब्लैक फ्राइडे' के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा और क्या कुछ खास है गुड फ्राइडे से जुड़ा आपको आगे आर्टिकल में बता रहे हैं...
हनुमान जयंती पर चले जाइए राजस्थान के कोयल गांव के इस मंदिर में, बजरंग बली के दर्शन करते ही बन जाएंगे सारे काम
'हैप्पी गुड फ्राइडे' क्यों नहीं कहते हैं - Why don't we say 'Happy Good Friday'
- इस दिन ईसाई समुदाय के लोग शोक मनाते हैं और उपवास भी रखते हैं. गुड फ्राइडे के दिन तो ईसाई समुदाय के लोग मांस का भी सेवन नहीं करते हैं. इल दिन चर्च में जाकर प्रार्थना करते हैं और ईसा मसीह की कही बातों को याद करते हैं.
- आपको बता दें कि गुड फ्राई डे के दिन कुछ जगहों पर ईसा मसीह के बलिदान और उनके अंतिम शब्दों और उनसे जुड़ी खास घटनाओं को दर्शाते हैं.
- गुड फ्राइडे के दिन ही ईसा मसीह को कोड़े-चाबुक बरसाने के बाद कील ठोककर सूली पर चढ़ाया गया था. जिस जगह पर यह घटना हुई थी, उसे गोलगोथा के नाम से जानते हैं. बाइबिल के अनुसार, जिस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था उस दिन शुक्रवार था, इसीलिए यह दिन गुड फ्राइडे के नाम से जाना जाता है.
- इस दिन को 'होली फ्राइडे' के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह दिन प्रेम, बलिदान और अच्छाई का दिन माना जाता है. वहीं, कुछ लोग गुड फ्राईडे में गुड का मतलब गॉड से है, ऐसा मानते हैं. यही कारण है इस दिन किसी को गुड फ्राईडे नहीं कहा जाता है, क्योंकि यह ईसाई समुदाय के लिए शोक का दिन होता है.
- इस साल गुड फ्राइडे आज यानी 11 अप्रैल को मनाया जा रहा है. वैसे अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार हर साल गुड फ्राइडे अलग-अलग तारीख पर मनाया जाता है.
कैसे मनाते हैं गुड फ्राइडे - How to celebrate good Friday
- ईसाई धर्म को मानने वाले लोग इस दिन घंटी नहीं बजाते हैं. इस दिन चर्च में शांति के साथ प्रार्थना और प्रायश्चित करते हैं. इस दिन लोग प्रभु यीशू से अपने गुनाहों के लिए माफी भी मांगते हैं.
- गुड फ्राई डे के दिन घर में सजावट की वस्तुओं को ढ़क दिया जाता है. इस दिन काले कपड़े पहनकर चर्च में शोक मनाया जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
Hindi