महिला को 1000 दिनों से ज्यादा समय तक लगातार आते रहे पीरियड्स, कई साल झेला दर्द, इस कंडीशन से डॉक्टर भी हैरान

महिलाओं को पीरियड के दौरान काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आमतौर हर महीने 4 से 5 दिन महिलाओं को ब्लीडिंग होती है और इस दौरान वो और भी कई तकलीफों से गुजरती हैं. जैसे मूड स्विंग, उल्टी आना, थकान होना आदि. अब जरा सोचकर देखिए कि अगर किसी महिला को कई सालों तक लगातार पीरियड होता रहे तो उसकी क्या हालत होगी. अमेरिका की एक महिला 1000 दिनों से ज्यादा समय से पीरियड का दर्द झेल रही है.

अमेरिका की एक TikTok यूजर पोपी (Poppy) फॉलोअर्स के साथ अपने  पीरियड का एक्सपीरियंस शेयर कर रही है, जो 1,000 दिनों से ज्यादा दिन तक चला. उन्होंने बताया कि कई डॉक्टरों से कंसल्ट करने के बावजूद, उसकी इस समस्या की वजह पता नहीं चल सकी, लेकिन हाल ही में उन्हें इसकी वजह पता चल गई है. पोपी ने अपने एक नए वीडियो में खुलासा किया, "मेरे पहले अल्ट्रासाउंड में ही यह पता चल गया था, और किसी ने मुझे इसके बारे में बताने के बारे में भी नहीं सोचा."

मेंस्ट्रुअल साइकिल (Menstrual cycles) आमतौर पर एक पैटर्न को फॉलो करते हैं, लेकिन इसमें बदलाव होना आम बात है. ज्यादातर महिलाओं में, मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग हर 21 से 35 दिनों में होती है और 2 से 7 दिनों तक रहती है. हालांकि, यह टाइमलाइन उम्र, हार्मोन, बर्थ कंट्रोल और लाइफ स्टाइल फैक्टर जैसे स्ट्रैस, डाइट और एक्सरसाइज के आधार पर अलग-अलग हो सकती है.

अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक, प्रजनन उम्र (childbearing age) की 14% से 25% अमेरिकी महिलाओं को अनियमित पीरियड्स का अनुभव होता है. प्रजनन उम्र से यहां मतलब है कि वो महिलाएं जो गर्भवती होने और बच्चे को जन्म देने में सक्षम होती है. हालांकि अनियमित पीरियड्स अनुभव करना आमतौर पर कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर अनियमित पीरियड्स लगातार बने रहते हैं या साथ में पेल्विक पेन या हेवी ब्लीडिंग जैसे लक्षण भी नजर आते हैं, तो ऐसे में जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.

पोपी के करीब तीन साल चलने वाले पीरियड की कहानी तब शुरू हुई जब दो सप्ताह तक लगातार उसे ब्लीडिंग होती रही, जिसकी वजह से उसे डॉक्टर के पास जाना पड़ा. कई डॉक्टर से कंसल्ट करने, टेस्ट करवाने और दवा के बावजूद, उसकी ब्लीडिंग बंद नहीं हुई. उसके अंडाशय (ovaries) पर सिस्ट (Cysts) पाए गए, लेकिन ब्लीडिंग की वजह साफ नहीं हो पाई.

पोपी ने कहा,"मेरा आयरन लेवल इस वजह से बहुत कम हो गया है, मेरी सभी मांसपेशियों में दर्द होता है, मेरी हड्डियां दुखती रहती हैं. मुझे लगातार सिरदर्द होता है और उल्टी आती रहती है." PCOS के डायग्नोज के बावजूद, पोपी के पीरियड तीन महीने तक जारी रहे. डॉक्टरों ने हिस्टेरोस्कोपी (Hysteroscopy) की, लेकिन उन्हें फिर भी कोई साफ वजह नहीं मिली. एक स्पेशलिस्ट ने नई दवा लिखी और पोपी में एक IUD इन्सर्ट की, लेकिन यह भी उसे राहत देने में नाकामयाब रही.

डिप्रेशन का हुई शिकार
कई टेस्ट, ट्रीटमेंट और दवाओं  के बावजूद, एक साल से ज्यादा समय तक लगातार ब्लीडिंग से जूझने की वजह से पोपी की हताशा और निराशा बढ़ती गई. यहां तक कि MRI और अल्ट्रासाउंड कराने पर भी ब्लीडिंग किस वजह से हो रही है, ये पता नहीं चल सका. लंबे इलाज के बावजूद निराशा मिलने की वजह से उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ने लगा, जिससे वो डिप्रेशन  में चली गई.

ब्लीडिंग के 950 वें दिन उसे तब कामयाबी  मिली, जब उसने अपने TikTok फॉलोवर्स की मदद से एक कारण खोजा, जिसकी वजह से हो सकता है कि उसे ब्लीडिंग हो रही हो. उसने बताया कि उसे एक रेयर कंडीशन है जिसे बाइकॉर्नुएट यूट्रस (Bicornuate uterus) कहा जाता है, जिसे दिल के आकार का गर्भाशय (Heart-shaped uterus) भी कहते हैं, जिसमें यूट्रस यानी गर्भाशय एक के बजाय दो चैंबर में डिवाइड होता है. खास बात यह है कि ब्लीडिंग के तीसरे या चौथे महीने के आसपास उसके पहले अल्ट्रासाउंड में ही इसका पता चल गया था.

बाइकॉर्नुएट यूट्रस (Bicornuate uterus) , एक रेयर कंडीशन है, जो 5% से भी कम महिलाओं को प्रभावित करती है. इसकी वजह से  लंबे समय तक ब्लीडिंग, पीरियड में दर्द और पेल्विक में डिस्कम्फर्ट जैसे गंभीर लक्षण नजर आ सकते हैं. जबकि इस स्थिति वाली कई महिलाएं एसिम्टोमैटिक (Asymptomatic) होती है यानी उनमें ये लक्षण नजर नहीं आते हैं, लेकिन जिन महिलाओं को इसके लक्षण अनुभव होते हैं, उन्हें इसकी वजह से काफी तकलीफ से गुजरना पड़ सकता है.

पोपी ने कहा, "मैंने 950 दिन बेहद तकलीफ सही है, मुझे अपनी पूरी सेविंग पीरियड पैड और पीरियड प्रोडक्ट, नए ट्राउजर, नए अंडरवियर, नई चादरों पर खर्च करनी पड़ी. मैं हर एक दिन रोई हूं." इस समस्या से राहत पाने के लिए अब पोपी कई प्रोसिजर से गुजरने की योजना बना रही हैं. उसके हार्मोन लेवल की जांच करने के लिए एक कॉम्प्रिहेंसिव हार्मोनल पैनल होगा और इन्सर्ट किए IUD को वो हटवाएंगी. एक अन्य प्रोसिजर में डॉक्टर उसके गर्भाशय की परत से असामान्य टिश्यू को हटाएंगे. इसके अलावा, वह अपने डॉक्टर के साथ अपने दिल के आकार के गर्भाशय को ठीक करने के लिए सर्जरी की संभावना भी तलाश रही है, एक ऐसी स्थिति जो उनकी इस समस्या की खास वजह हो सकती है.

पोपी ने कहा,"एक ऐसी लाइफ के बारे में सोचना जहां मुझे हर दिन ब्लीडिंग न हो, मेरे लिए स्वर्ग है." 

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