ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 ने नींबू से कैसे पकड़ा था दुश्‍मन? 

किसी भी देश के लिए उसकी खुफिया एजेंसी बहुत महत्‍वपूर्ण होती है. उन एजेंसियों के एजेंट्स को  देश के लिए महत्वपूर्ण जान‍कारियां जुटाने सहित कई काम करने होते हैं. दुनिया की कुछ बेहतरीन खुफिया एजेंसियों में ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 का भी बड़ा नाम है. MI5 का 115 साल पुराना इतिहास है. ऐसे में यह एजेंसी पहली बार लंदन में आयोजित एक प्रदर्शनी में अपने कुछ रहस्‍यों का खुलासा कर रही है. जिसमें कई ऐसी कहानियां हैं, जो हर किसी को रोमांचित कर देंगी. 

इस प्रदर्शनी में 1915 में एजेंसी द्वारा पकड़े गए कार्ल मुलर के बारे में बताया गया है, जो एजेंसी द्वारा पकड़े गए पहले कुछ प्रमुख दुश्‍मनों में से एक था और बाद में उसे मौत की सजा दी गई थी. 

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अदृश्‍य स्‍याही के रूप में नींबू का इस्‍तेमाल 

MI5 के एजेंटों को मुलर पर जर्मन जासूस होने का संदेह था. हालांकि "MI5: ऑफिशियल सीक्रेट" प्रदर्शनी में प्रदर्शित एक साधारण नींबू ने उसे पकड़ लिया था. मुलर ने दावा किया था कि उसने गिरफ्तारी के समय अपने कोट में मिले नींबू का का इस्तेमाल अपने दांत साफ करने के लिए किया था. 

हालांकि उसने वास्तव में नींबू के रस का इस्तेमाल MI5 द्वारा इंटरसेप्ट एक साधारण से दिखने वाले पत्र पर अदृश्य स्याही के रूप में किया गया था, जिसमें युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना की गतिविधियों के बारे में सूचित किया गया था. 

इसके तुरंत बाद उसे टॉवर ऑफ लंदन में मार दिया गया. 

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आज MI5 में 5000 से ज्‍यादा लोग 

MI5 की स्थापना जर्मनी के हमले की  आशंकाओं के बीच की गई थी और सेना के अधिकारी वर्नोन केल इसके पहले प्रमुख थे. आज इस एजेंसी के लिए 5,000 से अधिक लोग काम करते हैं. जेम्स बॉण्ड द्वारा चर्चित एमआई6 विदेश सेवा के साथ संबद्ध है. 

MI5 के निदेशक केन मैक्कलम ने नेशनल आर्काइव के साथ पश्चिम लंदन के क्यू में आयोजित प्रदर्शनी के पूर्वावलोकन के दौरान कहा, "करीब 30 सालों तक MI5 के लिए काम करने के बाद मैं यह बता सकता हूं कि हमारे काम की वास्तविकता अक्सर कल्पना से अलग होती है." उन्होंने कहा, "MI5 का जीवन हमारे देश को सुरक्षित रखने के लिए असाधारण काम करने वाले साधारण लोगों के बारे में है."

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... और भाग निकला डबल एजेंट 

प्रदर्शनी शनिवार को शुरू हुई थी और इसमें एजेंसी के कुछ कम गौरवशाली मामलों को भी दर्शाया गया है. शीत युद्ध सेक्‍शन में ब्रिटिश राजनयिक गाइ बर्गेस द्वारा लंदन के एक क्लब में छोड़ा गया पासपोर्ट और एक ब्रीफकेस प्रदर्शित किया गया है. गाइ बर्गेस द्वितीय विश्व युद्ध के समय से ही रूसी डबल एजेंट था. वह 1951 में मास्को भाग गया था, क्योंकि उसके खिलाफ जाल बिछने लगा था. 

प्रदर्शनी में एक नोट भी प्रदर्शित किया गया है, जिसमें पुष्टि की गई है कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निजी सचिव ने 1970 के दशक की शुरुआत में महारानी को बताया था कि उनके कला सलाहकार एंथनी ब्लंट एक सोवियत एजेंट थे. नोट में लिखा है कि महारानी ने "बहुत शांति से और बिना किसी आश्चर्य के" प्रतिक्रिया व्यक्त की. 

हाल ही में प्रदर्शित वस्तुओं में आयरिश रिपब्लिकन आर्मी द्वारा 1991 में प्रधानमंत्री निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बगीचे में दागा गया मोर्टार शेल शामिल है. 

अनाम एजेंटों की टिप्‍पणियां भी शामिल 

प्रदर्शनी में अनाम MI5 एजेंटों की टिप्पणियां भी शामिल हैं. 2024 में एक ने लिखा था, "एजेंट MI5 द्वारा उपयोग की जाने वाली खुफिया जानकारी के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक बने हुए हैं." हालांकि एजेंटों का प्रबंधन बेहद 'जटिल' है. उन्होंने जरूरी सवालों की सूची दी और कहा कि इनका उत्तर दिया जाना जरूरी है, जैसे "उनकी प्रेरणा क्या है?", "क्या वे सच बोल रहे हैं?", "आप कैसे आकलन करते हैं कि वे दूसरे पक्ष के लिए काम कर रहे हैं?" 

MI5 में करीब 48 प्रतिशत महिला कर्मचारी

शुरुआती दिनों में खुफिया विभाग में पुरुषों की संख्या अधिक थी, जबकि 2022 में MI5 में करीब 48 प्रतिशत कर्मचारी महिलाएं थीं. प्रसिद्ध एजेंट मैक्सवेल नाइट 1930 के दशक में यह सुझाव देने वाले पहले लोगों में से एक थे कि महिलाएं अच्छी जासूस बन सकती हैं. 

उन्होंने लिखा, "एक महिला का अंतर्ज्ञान कभी-कभी आश्चर्यजनक रूप से सहायक और आश्चर्यजनक रूप से सही होता है."

यह निशुल्क प्रदर्शनी 28 सितंबर को समाप्त होगी.

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